Blogउत्तराखंड भास्करऋषिकेशएक्सक्लूसिव खबरेंदेहरादून

*विश्व स्वास्थ्य और आधुनिक जीवनशैली के लिए आयुर्वेद अपरिहार्य : डॉ डीके श्रीवास्तव,  आयुर्वेद से रोगों की रोकथाम, जीवनशैली सुधार और वैश्विक स्वास्थ्य में योगदान संभव*

 

(रिपोर्ट@संवाददाता)
ऋषिकेश/उत्तराखंड भास्कर-  नवजीवनम आयुर्वेद संस्थान, ऋषिकेश के अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. डी.के. श्रीवास्तव ने कहा कि आज की दुनिया को आयुर्वेद की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि यह मन, शरीर और आत्मा के संतुलन पर आधारित समग्र स्वास्थ्य प्रणाली है, जो केवल लक्षणों के इलाज तक सीमित नहीं बल्कि रोगों की रोकथाम और जीवनशैली सुधार पर केंद्रित है।
हाल ही में डॉ. श्रीवास्तव ने नीदरलैंड, बेल्जियम और जर्मनी में एक माह तक चले यूरोपियन एजुकेशन फॉर आयुर्वेद द्वारा आयोजित आयुर्वेद वर्कशॉप्स में भाग लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बताया कि यूरोप में लोगों की आयुर्वेद के प्रति जिज्ञासा और स्वीकार्यता बढ़ रही है।


भारत के राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (23 सितंबर) पर उन्होंने जर्मनी की राजधानी बर्लिन और नीदरलैंड के हुलस्ट शहर में विशेष आयोजन कर वहां के नागरिकों को आयुष मंत्रालय की पहल और आयुर्वेदिक जीवनशैली की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि डब्ल्यू.एच.ओ. द्वारा आयुर्वेद को चिकित्सा पद्धति के रूप में मान्यता मिलने से इसे वैश्विक स्वीकृति मिल रही है। आयुर्वेद जीवनशैली, पोषण और प्राकृतिक उपचारों के माध्यम से रोगों की रोकथाम सिखाता है।
पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. निवेदिता श्रीवास्तव ने भी यूरोप में जड़ी-बूटियों और हर्बल चिकित्सा के प्रति लोगों के रुझान को सकारात्मक बताया।

डॉ. डी. के. श्रीवास्तव वर्षों से विदेशों में “आयुर्वेदम् शरणं गच्छामि” के अपने मिशन के तहत भारत की प्राचीन चिकित्सा परंपरा का प्रसार कर रहे हैं। उनके लौटने पर ऋषिकेश आयुर्वेद डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. डी. पी. वलोदी सहित चिकित्सकों ने उनका सम्मान किया।

Related Articles

Back to top button