*”डॉक्टर्स डे” की पूर्व संध्या पर वसुंधरा ट्रस्ट की ओर से पूर्णानंद घाट पर चिकित्सकों का हुआ सम्मान, डाक्टर की संवेदनशीलता और समर्पण की भावना मरीज की हर सांस से होती है जुड़ी*

(रिपोर्ट@संवाददाता) ऋषिकेश/उत्तराखंड भास्कर- “डॉक्टर्स डे” की पूर्व संध्या पर वसुंधरा ट्रस्ट की ओर से पूर्णानंद घाट पर चिकित्सकों का सम्मान समारोह के कार्यक्रम का आयोजित किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि डाक्टर की संवेदनशीलता और समर्पण की भावना मरीज की हर सांस से जुड़ी होती है।
सोमवार शाम को पूर्णानंद घाट पर आयोजित चिकित्सक सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने किया। पालिका अध्यक्ष बिजल्वाण ने कहा कि डॉक्टर एक स्वस्थ समाज के निर्माता हैं। डॉक्टरों सिर्फ मरीज को देखने और उसका इलाज करने तक सीमित नहीं हैं। बल्कि डॉक्टर हमें गंभीर बीमारियों के प्रति सचेत रहने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करते हैं।
वसुंधरा संस्था की अध्यक्ष प्रियंका नेगी ने कहा कि डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है, तो उसकी वजह सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि वह संवेदनशीलता और समर्पण होता है जो मरीज की हर सांस से जुड़ा होता है। अगर भगवान जीवन देते हैं, तो डॉक्टर ही हैं जो किसी की जान बचाते हैं। भले ही डाॅक्टर एक मरे हुए इंसान को जीवित तो नहीं कर सकता लेकिन मौत की दहलीज पर खड़े इसान को जरूर बचा लेता है। इससे बढ़ कर समाज सेवा क्या हो सकती है। कार्यक्रम का संचालन संस्था की उपाध्यक्ष डाॅ. ज्योति शर्मा ने किया। कार्यक्रम में रीता सेमवाल, सरिता पेटवाल, हरिओम शर्मा, आचार्य सोनिया राज आदि मौजूद रहे।
इन्हें किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में एम्स गायनी विभाग की प्रोफेसर डाॅ. अनुपमा बहादुर, एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. राजलक्ष्मी मुंद्रा, राजकीय उपजिला चिकित्सालय ऋषिकेश के वरिष्ठ सर्जन डॉ. लोकेश सलूजा, सर्जन डॉ. आकांक्षा, पीएचसी देवप्रयाग की डॉ. रजनी वर्मा सूर्यवंशी को पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने स्मृति चिन्ह और फूल मालाओं से सम्मानित किया।