*मनमोहक प्रस्तुतियों से सजा निर्मल आश्रम दीपमाला पब्लिक स्कूल का 27वां वार्षिकोत्सव, ध्रुव सदन बना कॉक हाउस ट्रॉफी का विजेता, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध*

(रिपोर्ट@ईश्वर शुक्ला)
ऋषिकेश/उत्तराखंड भास्कर- पौष माह की सुहावनी धूप और उत्सवी वातावरण के बीच निर्मल आश्रम दीपमाला पब्लिक स्कूल ने अपना 27वां वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास, गरिमा और सांस्कृतिक भव्यता के साथ मनाया। विद्यालय के संस्थापक परम श्रद्धेय महंत बाबा राम सिंह जी महाराज एवं व्यवस्थापक संत जोध सिंह जी महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित इस समारोह में विद्यार्थियों की प्रतिभा, अनुशासन और संस्कारों का सुंदर संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम का शुभारंभ विघ्नहर्ता श्री सिद्धि विनायक गणपति एवं ज्ञान और कला की देवी माँ शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। नन्हे-नन्हे विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने समारोह को मंगलमय स्वर प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. मनीष मदान (रजिस्ट्रार, यूपीईएस) एवं विशिष्ट अतिथि पद्मश्री श्रीमती संतोष यादव (प्रसिद्ध भारतीय पर्वतारोही) सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
विद्यालय कैप्टन की प्रार्थना के उपरांत वाद्य यंत्रों की मधुर स्वर-लहरियों ने दर्शक दीर्घा को भावविभोर कर दिया। विद्यालय के चेयरमेन डॉ. एस. एन. सूरी ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया, जबकि प्रधानाचार्या श्रीमती ललिता कृष्णास्वामी ने विद्यालय की वार्षिक शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों की विस्तृत आख्या प्रस्तुत की।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की कड़ी में सेवा, भक्ति और समर्पण से ओतप्रोत हिंदी-अंग्रेजी गीतों ने देशभक्ति एवं मानवता का संदेश दिया। पर्यावरण संरक्षण पर आधारित संगीतमय नाटिका ‘मुकुट’ के माध्यम से प्रकृति के प्रति जागरूकता का आह्वान किया गया। उत्तराखंड के चिपको आंदोलन और हरेला पर्व पर आधारित प्रस्तुतियों ने दर्शकों को गहरी अनुभूति से जोड़ा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही नाटिका ‘कलयुग से कल्कि तक’, जिसमें सृष्टि के उदय से लेकर विभिन्न युगों और ईश्वर के दशावतारों की प्रेरक प्रस्तुति दी गई। महाभारत काल से आधुनिक युग तक मानव की मानसिकता, उसके संघर्ष और समाधान को दर्शाते हुए यह संदेश दिया गया कि मनुष्य को अपने भीतर बसे दुर्गुणों को त्यागकर सद्गुणों को अपनाना चाहिए तथा ईश्वरीय नाम के सहारे जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं को शिक्षा, खेल और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर का सम्मान ओम सेमवाल एवं अंकिता राणा को मिला। सर्वश्रेष्ठ वक्ता में ग्रुप-ए से ओम सेमवाल, ग्रुप-बी से प्रकृति और ग्रुप-सी से आरोही राणा चयनित हुए। सर्वश्रेष्ठ चित्रकार ओमिषा सिंह व वंशिका रमोला, सर्वश्रेष्ठ नर्तकी आद्या सोनी व आस्था खत्री, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ऋषभ नेगी व रिया तथा सर्वश्रेष्ठ गायिका/वादिका निहारिका बर्थवाल एवं इप्शिता को सम्मान प्रदान किया गया। प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर ध्रुव सदन को कॉक हाउस ट्रॉफी से नवाजा गया।
परम श्रद्धेय महंत बाबा राम सिंह जी महाराज द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को सम्मान स्वरूप सिरोपा एवं विद्यालय का स्मृति-चिह्न भेंट किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. मनीष मदान एवं पद्मश्री श्रीमती संतोष यादव ने विद्यार्थियों को अनुशासन, परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया तथा कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर विद्यालय की वार्षिक गतिविधियों के दस्तावेज के रूप में वार्षिक पत्रिका ‘दीक्षा’ का विमोचन किया गया। साथ ही विज्ञान एवं आर्ट-एंड-क्राफ्ट विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में विद्यार्थियों की रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के चेयरमेन डॉ. एस. एन. सूरी ने सभी अतिथियों, अभिभावकों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। समारोह का समापन राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक राष्ट्रगान के साथ हुआ।




