*नीलकंठ से दर्शन कर लौट रहे पर्यटकों पर हाथी ने किया हमला, पर्यटक हुए घायल, एम्स में कराया भर्ती*

(रिपोर्ट@संवाददाता) ऋषिकेश/उत्तराखंड भास्कर- राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क क्षेत्र अंतर्गत नीलकंठ से दर्शन कर वापस लौट रहे दिल्ली के तीन पर्यटकों पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी से बचने के दौरान पर्यटक गिरकर चोटिल हो गए। जिनको स्थानीय लोगों ने प्राइवेट वाहन से एम्स में भर्ती कराया। उपचार के बाद पर्यटकों को एम्स से छुट्टी दे दी गई है।
लक्ष्मण झूला थाना पुलिस के मुताबिक दिल्ली के पर्यटक नीलकंठ से दर्शन कर पैदल मार्ग से वापस लौट रहे थे। बागखाला के निकट देर शाम हाथी ने पर्यटकों पर हमला कर दिया। हाथी से बचने के लिए पर्यटक गिरकर चोटिल हो गए। जिनको स्थानीय लोगों ने प्राइवेट वाहन से एम्स में भर्ती कराया। लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि घायलों की पहचान त्रिभुवन पाठक उनकी पत्नी प्रभा और 15 वर्षीय बेटी परजना के रूप में हुई है। रेंजर राजेश जोशी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग ने मौका मुआयना किया। प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ भी की। पता चला कि हाथी अपने नियमित गलियारे से जा रहा था। पर्यटक दिन ढलने के बाद सुनसान मार्ग पर हाथी के सामने पड़ गए। लेकिन हाथी ने हमला नहीं किया। पर्यटक डर की वजह से भागे और गिरकर चोटिल हो गए। ज्ञात हो कि नीलकंठ पैदल मार्ग पर हाथी के हमले थमते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। शिवरात्रि से पहले भी बिजनौर के एक ड्राइवर को हाथी ने हमला कर मौत के घाट उतारा था। इससे पहले भी कई बार हाथी के हमले स्थानीय लोगों और पर्यटकों पर हो चुके हैं। वन विभाग का हर बार यही जवाब होता है कि राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क क्षेत्र अंतर्गत लोगों की आवाजाही दिन ढलने के बाद और सुबह सूरज निकलने से पहले नहीं होनी चाहिए। बावजूद इसके लोग और पर्यटक प्रतिबंधित मार्ग पर आते हैं और ऐसे में कई बार हाथी का उनसे आमना-सामना हो जाता है।