*वन्य जीव संरक्षण सप्ताह: नीरगढ़ झरना क्षेत्र में प्रकृति और जीवों की रक्षा का संकल्प, वन विभाग और स्थानीय समिति ने मिलकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश*

(रिपोर्ट@ईश्वर शुक्ला) ऋषिकेश/नीरगढ/उत्तराखंड भास्कर- शिवपुरी रेंज की नीरगढ़ बीट में वन विभाग के कर्मियों ने नीर झरना इको विकास समिति के अध्यक्ष दयाल सिंह और समिति सदस्यों के साथ मिलकर वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया। इस अवसर पर वन एवं वन्य प्राणियों के महत्व पर विचार-विमर्श किया गया और सभी ने मिलकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के दौरान बढ़ते मानव–वन्यजीव संघर्ष पर भी चर्चा की गई। उपस्थित वनकर्मियों ने बताया कि प्रकृति और वन्य जीव एक-दूसरे के पूरक हैं। यदि हम वनों की रक्षा करेंगे तो वन्य जीव भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को वन्य जीवों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए, क्योंकि ये हमारे पारिस्थितिक संतुलन और प्राकृतिक सौंदर्य के प्रतीक हैं।
वन दरोगा राकेश रावत ने बताया कि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे वन क्षेत्र को स्वच्छ रखने में सहयोग दें, कूड़ा-करकट या प्लास्टिक न फेंकें, और वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास से छेड़छाड़ न करें। उन्होंने कहा कि “स्वच्छ पर्यावरण और जीवों के प्रति दया का भाव ही हमारे भविष्य को सुरक्षित रख सकता है।”
इस अवसर पर वन आरक्षी आशीष सैनी, वीरेंद्र सिंह, ओंकार सिंह, मुकेश सिंह, दीवान सिंह सहित वन विभाग के कई कर्मी और समिति सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में “प्रकृति बचाओ, जीवन बचाओ” का नारा लगाकर सभी ने पर्यावरण और वन्य प्राणियों के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।




