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*गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने नरिंदर कौर को किया सम्मानित, नरिंदर कौर ने हेमकुंड साहिब की 102वीं पवित्र यात्रा की पुरी*

 

(रिपोर्ट@ईश्वर शुक्ला)                                   ऋषिकेश/उत्तराखंड भास्कर –  अगर किसी के मन में विश्वास और इच्छा शक्ति हो तो वह किसी भी समस्या और बीमारी से जूझते हुए भी अपनी राह पर आगे बढ़ सकता है इसका उदाहरण है चंडीगढ़ कामनो निवासी 76 वर्षीय नरिंदर कौर की जो पिछले 42 वर्षों से लगातार श्री हेमकुंड साहिब की पवित्र तीर्थ यात्रा पर जाती रही हैं।
रविवार को गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब पहुंची 76 वर्षीय नरिंदर कौर ने बताया कि वह 42 वर्षों से लगातार साल में तीन बार तीर्थ यात्रा पर जाती रही हैं। साधारण दिखने वाली और साधारण कपड़े पहनने वाली नरिंदर कौर धार्मिक पृष्ठभूमि से हैं और सुबह शाम वाहेगुरु का नाम जपती रहती हैं। बताती है कि वह ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है लेकिन जब भी हेमकुंड साहिब की यात्रा से घर लौटी है तो अपनी डायरी में वह नंबर लिख लेती थी कि यह कौन नंबर की यात्रा है।

 

बताया कि गुरु गोविंद सिंह महाराज के आशीर्वाद से गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब में सुरु में पूरी छोले का लंगर उसे समय संगत ग्रंथी सिंह और सेना के जवान में 50 लोग शामिल थे उसे समय धाम में सिर्फ एक दो कमरे ही हुआ करते थे। बाद में उन्होंने खच्चरों सामान पहुचा कर लंगर के लिए पिन्नी का लंगर भी और बाद में खिचड़ी और चाय का भी लंगर लगाया। कौर ने कहा कि परिवार का अच्छा खासा कारोबार है, राइस मिल और पावर प्लांट संचालन उनके पति व पुत्र करते हैं बताया कि कारोबार के सिलसिले में घर के अन्य सदस्यों को वह अपने साथ यात्रा के लिए बाध्य नहीं करती बल्कि ड्राइवर के साथ ही यात्रा पर आ जाती हैं।

 

बाईपास सर्जरी के बावजूद यात्रा करना।
नरिंदर कौर बताती है कि 16 वर्ष पहले उनकी बाईपास सर्जरी हुई थी डॉक्टरों ने उन्हें लंबी यात्राएं न करने की सलाह भी दी थी इस पर नरिंदर कौर ने कहा कि वह हर कीमत पर पवित्र यात्रा पर जा रही हैं और ना तो कोई जांच कर रही है और नहीं कोई दवा ले रही हैं तथा पूरी तरह भगवान और वाहेगुरु पर भरोसा करके अपना जीवन बिता रही है उन्होंने कहा कि पहले वह साल में तीन बार यात्रा करती थी अब वह साल में एक या दो बार जाती है।

108 बार पूरी करनी है हेमकुंड साहिब की यात्रा।
नरिंदर कौर ने बताया है कि गुरुओं की कृपा व आशीर्वाद से वह 102 बार पवित्र श्री हेमकुंड धाम के यात्रा कर चुकी हैं बस यह यात्रा 108 बार पूरी हो जाए तब वह अपने आप को धन्य मानेंगी उसके बाद भी यह यात्रा पर जाना नहीं छोड़ेंगी जब-तक सांस रहेगी तब तक हेमकुंड साहिब धाम जाती रहेंगी।

यह यात्रा परिवार के सहयोग से संभव हो सकी।
नरिंदर कौर ने कहा कि उन्होंने अपने पति बलवीर सिंह से 101 बार पवित्र तीर्थ यात्रा पर जाने की इच्छा व्यक्त की थी तो उन्होंने 108 बार तीर्थ यात्रा पर जाने की अनुमति दी नरिंदर कौर ने कहा कि अपने पति और बेटे सहित पूरे परिवार के सहयोग से अकेले ही पूजा पाठ और धार्मिक तीर्थ यात्राओं पर जाती हैं इस दौरान गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन ट्रस्ट ने नरिंदर कौर को उनकी 102वीं यात्रा पूरी करने पर सम्मानित किया।

जब 76 वर्षीय बुजुर्ग हेमकुंड की यात्रा कर सकती है तो आप क्यों नहीं?
नरिंदर कौर ने सभी लोगों से यहां तक के युवाओं से भी अपील की है कि हेमकुंड साहब की पवित्र यात्रा पर पहुंचे और गुरु घर में माथा टेक खुशियां और सुख समृद्धि प्राप्त करें कहा कि जब मैं एक 76 वर्ष की बाईपास सर्जरी की हुई महिला 102 बार हेमकुंड साहिब की यात्रा कर सकती हैं तो आप सभी देशवासी सुरक्षित होकर क्यों नहीं? यात्रा कर सकते आप भी आए और सुगम यात्रा में शामिल होकर पुन्य के भागी बने।

 

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